बनिहाल रेलवे टनल के कुछ हिस्से के निर्माण में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। क्राइम ब्रांच ने बेग निर्माण कंपनी लिमिटेड के एमडी समेत चार लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि कंपनी ने धोखे और जालसाजी से ठेका लिया। जिससे ठेका लिया, उसे 9 करोड़ रुपये का चूना लगाया। मामले में आगे की जांच जारी है। यह ठेका इरकॉन कंपनी से लिया गया। हाल ही में रेलवे की टनल बनकर तैयार हुई है।
आरोपियों में जम्मू के बठिंडी में रहने वाले बेग निर्माण कंपनी के एमडी इमरान बेग, कंपनी के अकाउंट मैनेजर मोहित सिंह निवासी मथुरा, कंपनी के सीए तरुण खन्ना निवासी त्रिकुटा नगर, कंपनी के सीए ऑडिटर राहुल शर्मा निवासी पंडारा न्यू दिल्ली शामिल हैं। इन लोगों ने फर्जी बैलेंस शीट तैयार की। 2013 से 2015 तक की तीन सालों की बैलेंस शीट तैयार करके इरकॉन कंपनी को दी, ताकि ठेके का टेंडर लेने की प्रक्रिया में हिस्सा ले सकें । यह ठेका टनल नंबर टी 75 आर और टी-77 डी था। यह लोग टी-77डी नंबर का ठेका लेने में कामयाब भी हो गए।
साझेदार कंपनी को दिया धोखा
अमृतांशु इंफ्रास्ट्रक्चर एवं मैनेजमेंट कंपनी के एमडी ललित अग्रवाल की अवैध रूप से 9 करोड़ रुपये की मशीनरी भी धोखे से रख ली, क्योंकि दोनों कंपनियों ने मिलकर काम करना था, लेकिन आरोपियों ने गलत तरीके से काम किया और इससे ललित अग्रवाल को करोड़ों रुपये का चूना लगा। ललित ने इसकी शिकायत क्राइम ब्रांच के पास की। शिकायत में बताया कि बेग कंपनी के एमडी इमरान बेग और अन्य ने उसे मिलकर चूना लगाया है।
बताया कि 2013 में जब ठेका लिया गया था। तब बेग कंपनी के साथ मिलकर काम करने की बात हुई थी। इसमें बराबर की हिस्सेदारी थी, लेकिन उक्त कंपनी ने उनके हिस्से का शेयर भी हड़प लिया। इससे उनको 9 करोड़ रुपये का चूना लगा। क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है।
No comments:
Post a Comment